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Hindi – Class 6 – Chapter 10 – झाँसी की रानी – NCERT Exercise Solution (Question-Answer)

कविता से

प्रश्न 1.
‘किंतु कालगति चुपके-चुपके काली घटा घेर लाई’
(क) इस पंक्ति में किस घटना की ओर संकेत है?
(ख) काली घटा घिरने की बात क्यों कही गयी है?

उत्तर-

(क) प्रस्तुत पंक्ति के माध्यम से लेखिका ने झाँसी के राजा गंगाधर राव की मृत्यु की ओर संकेत किया है।

(ख) प्रस्तुत पंक्ति के माध्यम से लेखिका ने झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई के सुख पर दुःख की छाया को दर्शाया है। झाँसी के राजा गंगाधर राव की आकस्मिक मृत्यु के बाद रानी झाँसी के ऊपर एक के बाद एक विपत्ति आने लगी तथा उनके जीवन में दुःखों का पहाड़ टूट गया था। अंग्रेजों की नीति थी कि वे झाँसी पर कब्ज़ा करें क्योंकि झाँसी के राजा निसंतान ही स्वर्गवासी हो गए।

प्रश्न 2. कविता की दूसरी पंक्ति में भारत को ‘बूढ़ा’ कहकर और उसमें ‘नयी जवानी’ आने की बात कहकर सुभद्रा कुमारी चौहान क्या बताना चाहती हैं?

उत्तर- कवयित्री ‘सुभद्रा कुमारी चौहान ने भारत को ‘बूढ़ा इसलिए कहा है क्योंकि उस समय हमारा देश अंग्रेज़ो द्वारा गुलामी के ज़ंजीरों में जकड़ा हुआ था। अंग्रेज पूरी तरह से हमारे देश भारत को गुलाम बनाने में लगे हुए थे। हमारे देश भारत की दशा बहुत शिथिल और जर्जर हो चुकी थी।
नई जवानी’ आने की बात कहकर कवयित्री यह बताना चाहती हैं कि उस गुलामी को स्वीकार न करने वाली और आज़ादी का डंका बजाने वाली झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेज़ों के विरूद्ध अपनी तलवार खींच ली। रानी लक्ष्मीबाई की इसी वीरता ने लोगो के मन में उत्साह भर दिया, जिसके बाद गुलामी के विरूद्ध लोगों ने आवाज़ उठाए। उनके इसी वीरता पूर्वक संघर्ष ने सन्‌ (1857) अठारह सौ सत्तावन में अंग्रेज़ों के छक्के छुड़ा दिए।

प्रश्न 3. झाँसी की रानी के जीवन की कहानी अपने शब्दों में लिखो और यह भी बताओ कि उनका बचपन तुम्हारे बचपन से कैसे अलग था?

उत्तर- झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई का बचपम हमारे बचपन से बिलकुल अलग था। उनका बचपन का नाम छबीली था। लक्ष्मीबाई को मनु के नाम से भी जाना जाता था। उनका बचपन शस्त्र चलाने, घुड़सवारी सीखने, युद्ध कला सीखने में बीता, उन्होनें यह शिक्षा नाना के साथ प्राप्त की। कानपुर के नाना की वह मुँहबोली बहन थी। जब वह बड़ी हुई तो उनका विवाह झाँसी के राजा गंगाधर राव से हो गया। विवाह के थोड़े दिन बाद रानी लक्ष्मीबाई के पति की आकस्मिक मृत्यु हो गई, जिसने रानी को विधवा बना दिया। राजा के संतानहीन होने का लाभ उठाकर उनकी मृत्यु के पश्चात्‌ अंग्रेज़ों ने झाँसी पर अधिकार जमाने का प्रयास किया। लेकिन रानी को यह गुलामी स्वीकार नहीं था। उन्होंने इसका विरोध किया और अंग्रेज़ों के विरूद्ध अपनी तलवार खींच ली। आज़ादी का लड़ाई लड़ते-लड़ते रानी लक्ष्मीबाई वीरगति को प्राप्त हो गयी। मगर आज भी इतिहास के पन्नो पर वो ज़िंदा है और उनका नाम पूरे आदर तथा सम्मान के साथ लिया जाता है। वो पूरे स्त्री जाति के लिए एक मिशाल बन गयी।

प्रश्न 4. वीर महिला की इस कहानी में कौन-कौन से पुरुषों के नाम आए हैं? इतिहास की कुछ अन्य वीर स्त्रियों की कहानियाँ खोजो।

उत्तर- वीर महिला की इस कहानी में निम्नलिखित वीर पुरूषों के नाम हैं :- नाना धुंधूपंत, अहमदशाह मौलवी, ताँत्या टोपे, अजीमुल्ला, ठाकुर कुँवरसिंह, लेफ्टिनेंट वॉकर, शिवाजी, ग्वालियर के महराज सिंधिया आदि।
इतिहास में कुछ वीर स्त्रियाँ हैं:- श्रीमति इंदिरा गाँधी, सरोजनी नायडू आदि।

छात्र स्वयं करें।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1. कविता में किस दौर की बात है? कविता से उस समय के माहौल के बारे में क्या पता चलता है?

उत्तर- कविता में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम वर्ष 1857 के दौर की बात कही गई है।
कविता से उस समय के माहौल के बारे में यह पता चलता है कि हमारा देश गुलामी की जंजीरो में जकड़ा हुआ था। झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के प्रयास के वजह से लोगों के दिलों में अंग्रेजों को भगाने की ज्वाला भड़क रही थी।

प्रश्न 2. सुभद्रा कुमारी चौहान, लक्ष्मीबाई को ‘मर्दानी’ क्यों कहती हैं?

उत्तर- सुभद्रा कुमारी चौहान, लक्ष्मीबाई को ‘मर्दानी’ इसलिए कहते हैं क्योंकि वीरता, साहस, हिम्मत, घुड़सवारी तलवारबाज़ी – ये सभी मर्दो वाले गुण हैं, जो उनमें कूट-कूट कर भरा हुआ था। उनके नस-नस में विरोध की ज्वाला धधक रही थी।

खोजबीन

प्रश्न 1. ‘बरछी’ ‘कपाण’ ‘कटारी’ उस ज़माने के हथियार थे। आजकल के हथियारों के नाम पता करो।

उत्तर- बरछी’ ‘कपाण’ ‘कटारी’ उस ज़माने के हथियार थे। आजकल के हथियारों जैसे – बंदूक, तोप, गोला, मिसाइलें, ए. के. 47, ए. के. 57, टैंक, एटम-बम, बम आदि।

प्रश्न 2. लक्ष्मीबाई के समय में ज्यादा लड़कियाँ ‘वीरांगना’ नहीं हुई क्योंकि लड़ना उनका काम नहीं माना जाता था। भारतीय सेनाओं में अब क्या स्थिति है? पता करो।

उत्तर- आज के ज़माने में लड़कियों की सेना में काफ़ी भागीदारी है, लेकिन पुरुषों के अनुपात में स्त्रियों की संख्या काफ़ी कम है। इस संख्या को संतोषजनक नहीं माना जा सकता परन्तु उस समय के तुलना में काफी बेहतर है। आज प्रत्येक क्षेत्र में लड़किया देश के प्रगति के लिए कदम से कदम मिला कर चल रही है।

भाषा की बात

प्रश्न 1. नीचे लिखे वाक्यांशों (वाक्य के हिस्सों) को पढ़ो-

झाँसी की रानी
मिट्टी का घरौंदा
प्रेमचंद की कहानी
पेड़ की छाया
ढाक के तीन पात
नहाने का साबुन
मील का पत्थर
रेशमी के बच्चे
बनारस के आम

का, के और की दो संज्ञाओं का संबंध बताते हैं। ऊपर दिए गए वाक्यांशों में अलग-अलग जगह इन तीनों का प्रयोग हुआ है। ध्यान से पढ़ो और कक्षा में बताओ कि का, के और की का प्रयोग कहाँ और क्यों हो रहा है?

उत्तर-

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