कहानी से
प्रश्न 1. लेखक को अपनी दादी माँ की याद के साथ-साथ बचपन की और किन-किन बातों की याद आ जाती है?
उत्तर- लेखक को अपनी दादी माँ की याद के साथ-साथ बचपन की बहुत सारी बातें याद आ जाती है, जैसे- दादी माँ की सेवा, गंधपूर्ण झागभरे जलाशयों में कूदना, गाँव की बारिश में भींगना, ज्वर का आना, किशन भैया की शादी पर औरतों द्वारा गाए जाने वाले गीत, और रामी चाची की घटना आदि।
प्रश्न 2. दादा की मृत्यु के बाद लेखक के घर की आर्थिक स्थिति खराब क्यों हो गई थी?
उत्तर– दादा की मृत्यु के बाद लेखक के घर की आर्थिक स्थिति इसलिए खराब हो गई क्योंकि दादा के श्राद्ध में लेखक के पिता जी ने बेहिसाब संपत्ति व्यय की थी।
प्रश्न 3. दादी माँ के स्वभाव का कौन-सा पक्ष आपको सबसे अच्छा लगता है और क्यों?
उत्तर- दादी माँ का स्वभाव अत्यंत दयालु एवं सरस था। उनके स्वभाव का यही पक्ष बेहद अच्छा लगता है कि वो सभी की मदद करती थी, चाहे कोई अन्य गरीब हो या घर का सदस्य। वो हमेशा लोगों के लिए अच्छा सोचती थी, जैसे- एक बार रामी चाची के उधार न चुकाने पर भी दादी माँ उनकी बेटी की शादी में आर्थिक सहायता प्रदान की। जब वो घर का परिस्थिति देखी तब उन्होंने अंतिम निशानी सोने के कंगन को लेखक के पिताजी को दे दिया।
कहानी से आगे
प्रश्न 1. आपने इस कहानी में महीनों के नाम पढ़े, जैसे-क्वार, आषाढ़, माघ। इन महीनों में मौसम कैसा रहता है, लिखिए।
उत्तर-
क्वार – इस महीने में न अधिक गरमी रहती है न अधिक सरदी।
आषाढ़ – इस महीने में अत्यंत गर्मी होती है और कभी-कभी हल्की बारिश भी होती है।
माघ – इस महीने में अत्यंत सर्दी होती है, परन्तु महीने के खत्म होते होते ठंढी भी कम हो जाती है।।
प्रश्न 2. अपने-अपने मौसम की अपनी-अपनी बातें होती हैं’-लेखक के इस कथन के अनुसार, यह बताइए कि किसे मौसम में कौन-कौन सी चीजें विशेष रूप से मिलती हैं?
उत्तर- हमारे देश में मुख्यतः तीन मौसम होते है – सर्दी, गर्मी और बरसात।
सर्दी :- इस मौसम में अत्यधिक ठंढ के वजह से लोग गर्म पेय पीना पसंद करते हैं, फलों में सेब, अमरूद, केले व अंगूर तथा सब्जियों में पालक,नया आलू, मटर, फूलगोभी, मूली आदि अधिक मात्रा में मिलते हैं।
गर्मी :- इस मौसम में अत्यधिक गर्मी के वजह से लोग ठंढा पेय पीना पसंद करते हैं फलों में आम, लीची, खरबूजा, तरबूज, खीरा, ककड़ी आदि मिलते है तथा सब्जियों में लौकी, टिंडा, तोरई आदि आसानी से मिलते है।
बरसात :- इस मौसम में अत्यधिक वर्षा होती है तथा बहुत तेज हवा भी चलती है। फलों में आम, आलूबुखारा आदि आसानी से मिलता है तथा सब्जियों में बैंगन, करेले, परवल आदि मिलते हैं।
अनुमान और कल्पना
प्रश्न 1. इस कहानी में कई बार ऋण लेने की बात आपने पढ़ी। अनुमान लगाइए, किन-किन पारिवारिक परिस्थितियों में गाँव के लोगों को ऋण लेना पड़ता होगा और यह उन्हें कहाँ से मिलता होगा? बड़ों से बातचीत कर इस विषय में लिखिए।
उत्तर- गाँव में प्रायः लोगों की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं होती। वे गाँव के ज़मीदारों व साहूकारों एवं सहकारी बैंक से ऋण लेते है। यह ऋण वे शादी-विवाह के खर्च के लिए, मकान बनवाने के लिए, बच्चों की फ़ीस जमा करने के लिए, फसलों की बुआई के लिए, इलाज के लिए तथा अन्य प्रकार के जरूरतों के लिए लेते हैं।
प्रश्न 2. घर पर होनेवाले उत्सवों/समारोहों में बच्चे क्या-क्या करते हैं? अपने और अपने मित्रों के अनुभवों के आधार पर लिखिए।
उत्तर- छात्र स्वयं करें।
भाषा की बात
प्रश्न 1.नीचे दी गई पंक्तियों पर ध्यान दीजिए
जरा-सी कठिनाई पड़ते
अनमना-सा हो जाता है।
सन-से सफ़ेद
समानता का बोध कराने के लिए सा, सी, से का प्रयोग किया जाता है। ऐसे पाँच और शब्द लिखिए और उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए।
उत्तर-
गोल–सा : सीता का चेहरा बिलकुल गोल-सा है।
छोटी–सी : राम के घर छोटी-सी बच्ची खेल रही है।
फूलों-सी : यह बच्ची फूलों-सी सुन्दर है।
लम्बी-सी : एक लम्बी-सी लड़की मेरे पास आ रही है।
शहद-सा : यह सेब शहद-सा मीठा है।
प्रश्न 2. कहानी में छू-छूकर ज्वर का अनुमान करतीं, पूछ-पूछकर घरवालों को परेशान कर देतीं’-जैसे वाक्य आए हैं। किसी क्रिया को जोर देकर कहने के लिए एक से अधिक बार एक ही शब्द का प्रयोग होता है। जैसे वहाँ थक गया, उन्हें ढूंढ-ढूँढ़कर देख लिया। इस प्रकार के पाँच वाक्य बनाइए।
उत्तर-
बोल-बोलकर : राम बोल-बोलकर थक गया।
दूर-दूर तक : यहाँ दूर-दूर तक तालाब नहीं हैं।
सुन-सुनकर : मैं गाना सुन-सुनकर थक गया।
पूछ-पूछकर : वह लोगों से रास्ता पूछ-पूछकर मेरे घर आया है।
मार-मारकर : राम ने श्याम को मार-मारकर अधमरा कर दिया।
प्रश्न 3. बोलचाल में प्रयोग होनेवाले शब्द और वाक्यांश ‘दादी माँ’ कहानी में हैं। इन शब्दों और वाक्यांशों से पता चलता है कि यह कहानी किसी विशेष क्षेत्र से संबंधित है। ऐसे शब्दों और वाक्यांशों में क्षेत्रीय बोलचाल की खूबियाँ होती हैं। उदाहरण के लिए-निकसार, बरह्मा, उरिन, चिउड़ा, छौंक इत्यादि शब्दों को देखा जा सकता है। इन शब्दों का उच्चारण अन्य क्षेत्रीय बोलियों में अलग ढंग से होता है; जैसे-चिउड़ा को चिड़वा, चूड़त्र, पोहा और इसी तरह छौंका को छौंक, तड़का भी कहा जाता है। निकसार, उरिन और बरह्मा शब्द क्रमशः निकास, उऋण और ब्रह्मा शब्द का क्षेत्रीय रूप हैं। इस प्रकार के दस शब्दों को बोलचाल में उपयोग होनेवाली भाषा/बोली से एकत्र कीजिए और कक्षा में लिखकर दिखाइए।
उत्तर-
माटी – मिट्टी, मट्टी।
भैया – भइया, भाई साहब, भाई।
माँ – माए, मम्मी।
व्यक्ति – बंदा, आदमी।
मर्द – मरद।
प्यार – दुलार।
सुबह – सवेरा, भोर।
विवाह – ब्याह, शादी।
घड़ा – मटका, गगरी, घइली।
जल – पानी।
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