Sanskrit Class 10 Chapter 7 -विचित्रः साक्षी – Hindi & English Translation (Shemushi) given below. Also, word meanings (शब्दार्थ:), अन्वयः, सरलार्थ (Hindi & English Translation) are given for the perfect explanation of the chapter 7 – विचित्रः साक्षी
Translation in Hindi & English (Meaning/Arth/Anuvad)
विचित्रः साक्षी (विचित्र गवाह)
अयं पाठ: ओमप्रकाशठक्कुरविरचितकथाया: सम्पादितः अंश: अस्ति। इयं कथा बङ्गसाहित्यकार- बंकिमचन्द्रचटर्जीद्वारा न्यायाधीशरूपेण प्रदत्तनिर्णयोपरि आधारिता अस्ति। न्यायकर्तार: सत्यासत्यनिर्णयार्थं यदा-कदा तादृशीनां युक्तीनां प्रयोगं कुर्वन्ति याभि: प्रमाणं विनापि न्यायः स्यात्। अस्यां कथायामपि न्यायाधीशेन तथैव मार्गः आचरित:।
Hindi Translation: यह पाठ ओमप्रकाश ठाकुर द्वारा रचित कहानी का संपादित अंश है। यह कहानी बंगाली साहित्यकार बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा जज के रूप में दिए गए फैसले पर आधारित है। न्यायाधीश कभी-कभी सत्य और असत्य का निर्धारण करने के लिए ऐसी तकनीकों का उपयोग करते हैं जिन्हें सबूत के बिना भी उचित ठहराया जा सकता है। इस कहानी में जज ने भी वही रास्ता अपनाया।
English Translation: This text is an edited excerpt from the story written by Omprakash Thakur. The story is based on the verdict given by Bengali litterateur Bankim Chandra Chatterjee as a judge. Judges sometimes use techniques to determine truth and falsity that can be justified even without evidence. The judge in this story also adopted the same path.
कश्चन निर्धनो जनः भूरि परिश्रम्य किञ्चिद् वित्तमुपार्जितवान्। तेन वित्तेन स्वपुत्रम् एकस्मिन् महाविद्यालये प्रवेशं दापयितुं सफलो जातः। तत्तनयः तत्रैव छात्रावासे निवसन् अध्ययने संलग्न: समभूत्। एकदा स पिता तनूजस्य रुग्णतामाकर्ण्य व्याकुलो जातः पुत्रं द्रष्टुं च प्रस्थितः। परमर्थकाश्र्येन पीडितः स बसयानं विहाय पदातिरेव प्राचलत्।
Hindi Translation: किसी गरीब आदमी ने कड़ी मेहनत करके कुछ पैसे कमाए। उस पैसे से वह अपने बेटे को एक महाविद्यालय में दाखिला दिलाने में सफल हुआ। वह बेटा वहीं छात्रावास में रहते हुए पढ़ाई में लग गया। एक बार वह पिता (अपने) बेटे की बीमारी को सुनकर व्याकुल हो गया और (अपने) बेटे को देखने के लिए प्रस्थान किया। लेकिन पैसे के कमी से पीड़ित वह बस (गाड़ी) को छोड़कर पैदल ही चल दिया।
English Translation: A poor man earned some money by working hard. With that money he was able to get his son admitted to a college. The son started studying while staying in the hostel there. Once the father became distraught after hearing about his son’s illness and set out to see his son. But suffering from lack of money, he left the bus and walked on foot.
पदातिक्रमेण संचलन् सायं समयेऽप्यसौ गन्तव्याद् दूरे आसीत्। ‘निशान्धकारे
प्रसृते विजने प्रदेशे पदयात्रा न शुभावहा’, एवं विचार्य स पार्श्वस्थिते ग्रामे रात्रिनिवासं
कर्त्तुं कञ्चिद् गृहस्थमुपागतः। करुणापरो गृही तस्मै आश्रयं प्रायच्छत्।
Hindi Translation: पैदल चलते हुए शाम का वक्त होने पर भी वह गन्तव्य (लक्ष्य) से दूर था। ‘रात का अंधकार फैलने पर निर्जन प्रदेश में यात्रा करना शुभ नहीं होता’, ऐसा विचार कर वह पास में स्थित गाँव में रात भर निवास करने के लिए किसी घर में रहने के लिए पहुँचा। दयालु गृहस्थ ने उसे आश्रय दिया।
English Translation: While walking on foot, even though it was evening, he was far away from his destination. Thinking that ‘it is not auspicious to travel in a deserted area when the darkness of night spreads’, he reached a nearby village to stay in a house for the night. The kind family man gave him shelter.
विचित्रा दैवगतिः। तस्यामेव रात्रौ तस्मिन् गृहे कश्चन चौरः गृहाभ्यन्तरं प्रविष्ट:। तत्र निहितामेकां मञ्जूषाम् आदाय पलायितः। चौरस्य पादध्वनिना प्रबुद्धोऽतिथिः चौरशङ्कया तमन्वधावत् अगृह्णाच्च, परं विचित्रमघटत। चौरः एव उच्चैः क्रोशितुमारभत “चौरोऽयं चौरोऽयम्” इति। तस्य तारस्वरेण प्रबुद्धाः ग्रामवासिनः स्वगृहाद् निष्क्रम्य तत्रागच्छन् वराकमतिथिमेव च चौरं मत्वाऽभत्सर्यन्। यद्यपि ग्रामस्य आरक्षी एव चौर आसीत्। तत्क्षणमेव रक्षापुरुषः तम् अतिथिं चौरोऽयम् इति प्रख्याप्य कारागृहे प्राक्षिपत्।
Hindi Translation: किस्मत की गति अजीब है। उस ही रात को कोई चोर घर के अंदर घुस आया। वहाँ रखी हुई एक बक्सा को लेकर भाग गया। चोर के कदमों की आहट से जागे मेहमान ने चोर की शंका होने से उसके पीछे दौड़ा और उसे पकड़ लिया, लेकिन एक अजीब बात हुई। चोर ही (स्वयं) जोर-जोर से चिल्लाने लगा, “यह चोर है, यह चोर है।” उसके तेज़ आवाज से जागे हुए गांव वाले अपने घरों से निकलकर वहाँ आ गए और बेचारे मेहमान को ही चोर मानकर बुरा-भला कहने लगे। हालाँकि गाँव का चौकीदार ही चोर था। उसी समय ही सिपाही ने उस मेहमान को यह चोर है ऐसा आरोप लगा कर जेल में डाल दिया।
English Translation: The pace of fate is strange. That very night a thief entered the house. Ran away with a box kept there. The guest, who was awakened by the sound of the thief’s footsteps, suspecting him to be a thief, ran after him and caught him, but a strange thing happened. The thief himself started shouting loudly, “This is a thief, this is a thief.” The villagers, awakened by his loud voice, came out of their homes and started abusing the poor guest, considering him a thief. Although the village watchman was a thief, the constable immediately accused the guest of being a thief and put him in jail.
अग्रिमे दिने स आरक्षी चौर्याभियोगे तं न्यायालयं नीतवान्। न्यायाधीशो बंकिमचन्द्रः उभाभ्यां पृथक्-पृथक् विवरणं श्रुतवान्। सर्वं वृत्तमवगत्य स तं निर्दोषम् अमन्यत आरक्षिणं च दोषभाजनम्। किन्तु प्रमाणाभावात् स निर्णेतुं नाशक्नोत्। ततोऽसौ तौ अग्रिमे दिने उपस्थातुम् आदिष्टवान्। अन्येद्युः तौ न्यायालये स्व-स्व-पक्षं पुनः स्थापितवन्तौ। तदैव कश्चिद् तत्रत्य: कर्मचारी समागत्य न्यवेदयत् यत् इतः क्रोशद्वयान्तराले कश्चिज्जनः केनापि हतः । तस्य मृतशरीरं राजमार्गं निकषा वर्तते। आदिश्यतां किं करणीयमिति। न्यायाधीशः आरक्षिणम् अभियुक्तं च तं शवं न्यायालये आनेतुमादिष्टवान्।
Hindi Translation: अगले दिन वह पुलिस वाला उसे चोरी के आरोप में अदालत ले गया। न्यायाधीश बंकिम चन्द्र ने दोनों की अलग-अलग विवरण सुना। पूरा वृतान्त सुनकर वह (न्यायाधीश) उसे निर्दोष माना और (उस) चौकीदार को दोषी माना। परन्तु साक्ष्य के अभाव से वह निर्णय नहीं कर सका। तब उन दोनों को अगले दिन उपस्थित होने का आदेश दिया। अगले दिन उन दोनों ने अदालत में अपना-अपना पक्ष पुनः रखा। तभी वहां के किसी कर्मचारी ने आकर सूचना दी कि दो कोस दूर किसी को मार डाला गया है (और) उसका शव हाईवे के पास है।आदेश दीजिये क्या करना चाहिए। न्यायाधीश ने चौकीदार और अभियुक्त (आरोपी) को उसका शव अदालत में लाने का आदेश दिया।
English Translation: The next day the policeman took him to court on charges of theft. Judge Bankim Chandra heard separate accounts of both. After hearing the entire story, the judge considered the guest innocent and the watchman guilty. But due to lack of evidence he could not take a decision. Then both of them were ordered to be present the next day. The next day both of them presented their respective sides in the court again. Then an employee there came and informed that someone had been killed two miles away and his body was near the highway. Give orders as to what should be done. The judge ordered the watchman and the accused to bring his body to the court.
आदेशं प्राप्य उभौ प्राचलताम्। तत्रोपेत्य काष्ठपटले निहितं पटाच्छादितं देहं स्कन्धेन वहन्तौ न्यायाधिकरणं प्रति प्रस्थितौ । आरक्षी सुपुष्टदेह आसीत्, अभियुक्तश्च अतीव कृशकायः। भारवतः शवस्य स्कन्धेन वहनं तत्कृते दुष्करम् आसीत्। स भारवेदनया क्रन्दति स्म। तस्य क्रन्दनं निशम्य मुदित आरक्षी तमुवाच -‘रे दुष्ट! तस्मिन् दिने त्वयाऽहं चोरिताया मञ्जूषाया ग्रहणाद् वारितः । इदानीं निजकृत्यस्य फलं भुङ्क्ष्व। अस्मिन् चौर्याभियोगे त्वं वर्षत्रयस्य कारादण्डं लप्स्यसे” इति प्रोच्य उच्चैः अहसत्। यथाकथञ्चिद् उभौ शवमानीय एकस्मिन् चत्वरे स्थापितवन्तौ।
Hindi Translation: आदेश पाकर वे दोनों आगे बढ़े। वहाँ पहुँचकर, लकड़ी के तख़्त पर रखे हुए कपड़े से ढके हुए शरीर को कंधे पर ढोते हुए वे दोनों न्यायाधीश की तरफ चल दिए। चौकीदार पुष्ट देह वाला था और अभियुक्त (आरोपी) बहुत पतला था। भारी शरीर को कंधे पर ले जाना उसके लिए मुश्किल था। वह भार के दर्द से रोने लगा। उसके रोने को सुनकर खुश हुए चौकीदार ने उससे कहा – ‘रे दुष्ट! उस दिन तुम्हारे द्वारा मैं चोरी का बक्सा को ग्रहण करने से रोका गया। अब अपने कर्मों का फल भोगो। इस चोरी के लिए तुम्हें तीन साल की जेल की सजा होगी।” ऐसा कहकर जोर से हँसा। किसी तरह वे दोनों शव को लेकर एक चौराहे पर रूक गए।
English Translation: After receiving orders, both of them left. Reaching there, both of them walked towards the judge carrying the cloth covered body placed on a wooden plank on their shoulders. The watchman was of strong physique and the accused was very thin. It was difficult for him to carry the heavy body on his shoulders. He started crying due to the pain of the weight. The watchman, who was happy to hear his cry, said to him – ‘You wicked man! That day I was prevented by you from accepting the stolen box. Now enjoy the consequences of your deeds. You will be jailed for three years for this theft.” Saying this he laughed out loud. Somehow both of them stopped at a crossroads carrying the dead body.
न्यायाधीशेन पुनस्तौ घटनायाः विषये वक्तुमादिष्टौ। आरक्षिणि निजपक्षं प्रस्तुतवति
आश्चर्यमघटत् स शवः प्रावारकमपसार्य न्यायाधीशमभिवाद्य निवेदितवान्- मान्यवर!
एतेन आरक्षिणा अध्वनि यदुक्तं तद् वर्णयामि ‘त्वयाऽहं चोरितायाः मञ्जूषायाः ग्रहणाद् वारितः, अत: निजकृत्यस्य फलं भुङ्क्ष्व। अस्मिन् चौर्याभियोगे त्वं वर्षत्रयस्य कारादण्डं लप्स्यसे’ इति। न्यायाधीशः आरक्षिणे कारादण्डमादिश्य तं जनं ससम्मानं मुक्तवान् । अतएवोच्यते –
Hindi Translation: जज ने दोबारा उन्हें घटना के बारे में बोलने का आदेश दिया। चौकीदार अपना पक्ष रखते हुए आश्चर्य हुआ (क्योंकि) उस शव ने ऊपरी कपड़े हटाकर जज को प्रणाम करके निवेदन किया – हे मान्यवर! इस चौकीदार के द्वारा मार्ग में जो कहा गया वह वर्णन करता हूँ “तुम्हारे द्वारा मैं चोरी के बक्से को ग्रहण करने से रोका गया, अत: अपने कर्मों का फल भोगो। इस चोरी के आरोप में तुम्हें तीन साल की जेल की सजा होगी।” जज ने चौकीदार को जेल के दण्ड का आदेश देकर उस आदमी को सम्मान के साथ बरी किया। इसलिए ही कहा गया है –
English Translation: The judge again ordered him to speak about the incident. The watchman, while presenting his side, was surprised because the dead body removed its upper clothes and bowed before the judge and requested – O Sir! Let me describe what this watchman said on the way: “I was prevented from accepting the stolen box by you, so suffer the consequences of your deeds. You will be sentenced to three years in jail for this theft.” The judge sentenced the watchman to jail and honorably acquitted the man. That is why it has been said –
दुष्कराण्यपि कर्माणि मतिवैभवशालिनः।
नीतिं युक्तिं समालम्ब्य लीलयैव प्रकुर्वते।।
अन्वय: मतिवैभवशालिनः दुष्कराणि कर्माणि नीतिं युक्तिं समालम्ब्य लीलयैव प्रकुर्वते।
Hindi Translation: बुद्धि के वैभव से युक्त लोग मुश्किल कार्य भी नीति और युक्ति का सहारा लेकर खेल-खेल में (आसानी से) ही कर लेते हैं।
English Translation: People with great intelligence can easily accomplish even difficult tasks with the help of strategy and tactics.
👍👍👍
Thank you
Nice explanation
Keep going