अभ्यास:
1. उच्चारणं कुरुत-
अभवत् | अकथयत् | अगच्छत् |
न्यवेदयत् | अपूजयत् | स्वपिति |
तपति | प्राविशत् | अवदत् |
वदति स्म | वसति स्म | रक्षति स्म |
वदति | चरति स्म | करोति स्म |
गच्छति स्म | अकरोत् | पठति स्म |
2. उदाहरणम् अनुसृत्य रिक्तस्थानानि पूरयत-
(क)
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
यथा- वसति स्म | वसतः स्म | वसन्ति स्म |
पूजयति स्म | …………….. | …………….. |
…………….. | रक्षतः स्म | …………….. |
चरति स्म | …………….. | …………….. |
…………….. | …………….. | कर्वन्ति स्म |
उत्तरं –
एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
यथा- वसति स्म | वसतः स्म | वसन्ति स्म |
पूजयति स्म | पूजयतः स्म | पूजयन्ति स्म |
रक्षति स्म | रक्षतः स्म | रक्षन्ति स्म |
चरति स्म | चरतः स्म | चरन्ति स्म |
करोति स्म | कुरुत: स्म | कुर्वन्ति स्म |
(ख)
पुरुष: | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
यथा- प्रथमपुरुषः | अकथयत् | अकथयताम् | अकथयन् |
प्रथमपुरुषः | ……………… | अपूजयताम् | अपूजयन् |
प्रथमपुरुषः | अरक्षत् | ………………… | ………………. |
उत्तरं –
पुरुष: | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
यथा- प्रथमपुरुषः | अकथयत् | अकथयताम् | अकथयन् |
प्रथमपुरुषः | अपूजयत् | अपूजयताम् | अपूजयन् |
प्रथमपुरुषः | अरक्षत् | अरक्षताम् | अरक्षयन् |
(ग)
पुरुष: | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
यथा- मध्यमपुरुष: | अवसः | अवसतम् | अवसत |
मध्यमपुरुष: | ……………… | अपूजयतम् | ………………. |
मध्यमपुरुष: | ………………… | ………………… | अचरत |
उत्तरं –
पुरुष: | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
यथा- प्रथमपुरुषः | अवसः | अवसतम् | अवसत |
प्रथमपुरुषः | अपूजयः | अपूजयतम् | अपूजयत |
प्रथमपुरुषः | अचरः | अचरतम् | अचरत |
(घ)
पुरुष: | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
यथा- मध्यमपुरुष: | अपठम् | अपठाव | अपठाम |
मध्यमपुरुष: | अलिखम् | ………………. | ………………. |
मध्यमपुरुष: | ………………… | अरचयाव | ………………. |
उत्तरं –
पुरुष: | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
यथा- मध्यमपुरुष: | अपठम् | अपठाव | अपठाम |
मध्यमपुरुष: | अलिखम् | अलिखाव | अलिखाम |
मध्यमपुरुष: | अरचयम् | अरचयाव | अरचयाम |
3. प्रश्नानाम् उत्तराणि एकपदेन लिखत-
(क) तपः प्रभावात् के सखायः जाताः?
उत्तरं – तपः प्रभावात् हिंस्रपशवोऽपि तव सखायः जाताः।
(ख) पार्वती तपस्यार्थं कुत्र अगच्छत्?
उत्तरं – पार्वती तपस्यार्थं गौरीशिखरम् अगच्छत्।
(ग) कः श्मशाने वसति?
उत्तरं – शिवः श्मशाने वसति।
(घ) शिवनिन्दां श्रुत्वा का क्रुद्धा जाता?
उत्तरं – शिवनिन्दां श्रुत्वा पार्वती क्रुद्धा जाता।
(ङ) वटुरूपेण तपोवनं कः प्राविशत्?
उत्तरं – वटुरूपेण तपोवनं शिवः प्राविशत्।
4. कः/का कं/कां प्रति कथयति –
कः/का | कम्/काम् | |
यथा- वत्से! तपः कठिनं भवति? | माता | पार्वतीम् |
(क) अहं तपः एव चरिष्यामि। | ………….. | ………….. |
(ख) मनस्वी कदापि धैर्यं न परित्यजति। | ………….. | ………….. |
(ग) अपर्णा इति नाम्ना त्वं प्रथिता। | ………….. | ………….. |
(घ) पार्वति! प्रीतोऽस्मि तव सङ्कल्पेन। | ………….. | ………….. |
(ङ) शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्। | ………….. | ………….. |
अहम् तव क्रीतदासोऽस्मि। | ………….. | ………….. |
उत्तरं –
कः/का | कम्/काम् | |
यथा- वत्से! तपः कठिनं भवति? | माता | पार्वतीम् |
(क) अहं तपः एव चरिष्यामि। | पार्वती | मेनाम् |
(ख) मनस्वी कदापि धैर्यं न परित्यजति। | पार्वती | विजयाम् |
(ग) अपर्णा इति नाम्ना त्वं प्रथिता। | विजया | पार्वतीम् |
(घ) पार्वति! प्रीतोऽस्मि तव सङ्कल्पेन। | शिव: | पार्वतीम् |
(ङ) शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्। | वटु: | विजयाम् |
अहम् तव क्रीतदासोऽस्मि। | शिव: | पार्वतीम् |
5. प्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत-
(क) पार्वती क्रुद्धा: सती किम् अवदत्?
उत्तरं – पार्वती क्रुद्धा सती अवदत् – “अरे वाचाल! अपसर। जगति न कोऽपि शिवस्य यथार्थं स्वरुपं जानाति। यथा त्वमसि तथैव वदसि।
( ख ) कः पापभाग् भवति??
उत्तरं – यः शिवः निन्दा करोति श्रृणोति च पापभाग् भवति।
(ग) पार्वती किं कर्त्तुम् ऐच्छत्?
उत्तरं –पार्वती तपस्यां कर्त्तुम् ऐच्छत्।
( घ ) पार्वती कया साकं गौरीशिखरं गच्छति?
उत्तरं – पार्वती विजयया साकं गौरीशिखरं गच्छति।
6. मञ्जूषातः पदानि चित्वा समानार्थकानि पदानि लिखत-
माता मौनम् प्रस्तरे जन्तव: नयनानि
शिलायां | ………….. |
पशव: | ………….. |
अम्बा | ………….. |
नेत्राणि | ………….. |
तूष्णीम् | ………….. |
उत्तरं –
शिलायां | प्रस्तरे |
पशव: | जन्तव: |
अम्बा | माता |
नेत्राणि | नयनानि |
तूष्णीम् | मौनम् |
7. उदाहरणानुसारं पदरचनां कुरूत –
यथा– वसति स्म = | अवसत् |
(क) पश्यति स्म = | …………….. |
(ख) तपति स्म = | …………….. |
(ग) चिन्तयति स्म = | …………….. |
(घ) वदति स्म = | …………….. |
(ङ) गच्छति स्म = | …………….. |
उत्तरं –
यथा- वसति स्म = | अवसत् |
(क) पश्यति स्म = | अपश्यत् |
(ख) तपति स्म = | अतपत् |
(ग) चिन्तयति स्म = | अचिन्तयत् |
(घ) वदति स्म = | अवदत् |
(ङ) गच्छति स्म = | अगच्छत् |
(b)
यथा – अलिखत् = | लिखति स्म। |
(क) ……………..= | कथयति स्म। |
(ख) …………….. = | नयति स्म । |
(ग) …………….. = | पठति स्म । |
(घ) …………….. = | धावति स्म । |
(ङ) …………….. = | हसति स्म । |
उत्तरं –
यथा – अलिखत् = | लिखति स्म । |
(क) अकथयत् = | कथयति स्म । |
(ख) अनयत् = | नयति स्म । |
(ग) अपठत् = | पठति स्म । |
(घ) अधावत् = | धावति स्म । |
(ङ) अहसत् = | हसति स्म । |
👍👍👍
Nice
Satyam_kumar
मेना का आसीत् ?