धातु
क्रिया के मूल रूप को धातु कहते हैं। धातु तीन प्रकार के होते हैं- परस्मैपदी, आत्मनेपदी और उभयपदी। इस कक्षा 6 में आपको सिर्फ परस्मैपदी धातु पढ़ना है। परस्मैपदी, आत्मनेपदी और उभयपदी – इन तीनों के बारे में अगली कक्षा में विस्तारपूर्वक पढ़ेंगे। ये सिर्फ मैंने आपकी जानकारी बढ़ाने के लिए बताया है। अभी आपको सिर्फ और सिर्फ पठ् (पढ़ना) का पाँचो लकारों धातु-रूप याद करना है। बस। Don’t think about परस्मैपदी, आत्मनेपदी और उभयपदी right now।
धातु-रूपाणि
इन धातुओं के रूप चलते हैं – पाँच लकार (According to your syllabus) और तीन वचन में।
1. लट् लकार (वर्तमान काल/ Present Tense)
2. लृट् लकार (भविष्य काल/Future Tense)
3. लङ् लकार (भूत काल/Past Tense)
4. लोट् लकार (अनुज्ञा/आदेश) (permission/order)
5. विधिलिङ्लकारः (विधिः/सम्भावना) Method/ possibility
पठ् (पढ़ना) धातु-रूप
लट्लकारः (वर्तमानकालः)
पुरुषः | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः | पठति | पठतः | पठन्ति |
मध्यमपुरुषः | पठसि | पठथः | पठथ |
उत्तमपुरुषः | पठामि | पठावः | पठामः |
लृट्लकारः ( भविष्यत्काल:)
पुरुषः | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः | पठिष्यति | पठिष्यतः | पठिष्यन्ति |
मध्यमपुरुषः | पठिष्यसि | पठिष्यथः | पठिष्यथ |
उत्तमपुरुषः | पठिष्यामि | पठिष्यावः | पठिष्यामः |
लङ्लकारः (अतीतकालः)
पुरुषः | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः | अपठत् | अपठताम् | अपठन् |
मध्यमपुरुषः | अपठः | अपठतम् | अपठत |
उत्तमपुरुषः | अपठम् | अपठाव | अपठाम |
लोट्लकारः (अनुज्ञा/आदेश:)
पुरुषः | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः | पठतु | पठताम् | पठन्तु |
मध्यमपुरुषः | पठ | पठतम् | पठत |
उत्तमपुरुषः | पठानि | पठाव | पठाम |
विधिलिङ्लकारः (विधिः/सम्भावना)
पुरुषः | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
प्रथमपुरुषः | पठेत् | पठेताम् | पठेयुः |
मध्यमपुरुषः | पठेः | पठेतम् | पठेत |
उत्तमपुरुषः | पठेयम् | पठेव | पठेम |
Excellenct work 👍
Appreciate
Really appreciable, too good
Amazing notes ! ,keep up the good work 👍
Excellent job